Jodhpur crime news: शादी के 12 साल बाद जब बेटे ने जन्म लिया तो मां शिपू देवी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. नागौर अस्पताल में मां अपने बेटे को दुलारते हुए अपने पति का इंतजार कर रही थी. तीन बेटियों के बाद बेटे का दोनों को इंतजार था. आज जब इंतजार खत्म हुआ तो शिपु देवी को पता भी नहीं था कि उसका पति इस दुनिया में नहीं रहा. घर में हंसी-खुशी का माहौल होना चाहिए था, लेकिन खुशी की जगह मातम छा गया. चेहरों पर खुशियों की जगह आंसू निकल रहे थे. नवजात के पिता के घर में पार्थिव देह का इंतजार हो रहा था. यह महौल देख हर किसी की आंखें नम हो गई.
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दरअसल शनिवार को आसोप में हुए ट्रेलर व कार की भिड़त में दो पुलिस कर्मियों के साथ कार चालक राजू देवासी की मोत हो गई. राजू की मौत के 11 घंटे बाद उसके बेटे का जन्म हुआ. पत्नी को पति की मौत की खबर तक नहीं थी, इधर राजू की सबसे बड़ी बेटी 11 वर्षीय दिलखुश ने रविवार को पिता को मुखाग्नि दी. दिलखुश समझ नहीं पा रही कि वह अपने भाई के इस दुनिया में आने की खुशी मनाएं या पिता के दुनिया से जाने का गम.
12 साल पहले हुई थी शादी
12 वर्ष पहले राजू की शादी शिपु देवी के साथ हुई थी. उसके तीन बेटियां है, सबसे बड़ी बेटी 11 वर्षीय दिलखुश, 7 वर्षीय डिम्पल व 1 वर्षीय रीना है, राजू के पिता का देहांत पहले ही हो चुका है. घर में मां और पत्नी सहित तीन बेटियां हैं. राजू अपने पिता का इकलौता पुत्र था और ड्राइवरी कर घर चलाता था, लेकिन अब इसके घर पर दुखों का पहाड़ टूट चुका है. बूढी मां पोते के आने से पहले बेटे को खो चुकी है. राजू का मौत की खबर लगते ही गांव में गमगीन महौल हो गया.
बता दें कि शनिवार शाम आसोप से चार पुलिस के जवान ड्राइवर राजू देवासी के साथ नागौर में गुमशुदा व्यक्ति की तलाश कर वापस लौट रहे थे. तभी यह हादसा हुआ. जिसमें मौके पर दो लोगों की मौत हो गई, वहीं एक ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. अन्य दो का मथुरादास माथुर हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है.
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