CAA लागू होने के बाद बाड़मेर-जोधपुर में पाक विस्थापितों ने मनाया जश्न, कही ये बात

Dinesh Bohra

11 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 11 2024 9:48 PM)

बाड़मेर में बड़े-बुजुर्ग से लगाकर बच्चे और तमाम पाक से आए शरणार्थी पटाखे जला रहे हैं. ढोल की थाप पर नाच रहे हैं और सीएए लागू होने का जश्न मना रहे हैं.

तस्वीर: दिनेश बोहरा, राजस्थान तक.
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सीएए (CAA) लागू होने के बाद देश के कई इलाकों में अलग-अलग देशों से भारत आए गैर मुस्लिम शरणार्थी जश्न मना रहे है. बाड़मेर-जैसलमेर (Barmer-jaisalmer) और जोधपुर में रह रहे पाकिस्तान के शरणार्थियों ने इस खबर को सुनने के बाद  बैंड-बाजे के साथ जश्न मनाया. 

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बाड़मेर में बड़े-बुजुर्ग से लगाकर बच्चे और तमाम पाक से आए शरणार्थी पटाखे जला रहे हैं. ढोल की थाप पर नाच रहे हैं और सीएए लागू होने का जश्न मनाते हुए मिठाईयां बांट रहे हैं साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमितशाह जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं.

पाक विस्थापित संरक्षण समिति के नरपतसिंह धारा ने बताया कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिंदू कितने प्रताड़ित हैं, उनका दुख वे लोग ही जानते हैं. इसलिए ही भारत की शरण में आते हैं. सीएए लागू होने से अब नागरिकता मिलने में सहूलियत होगी ही, साथ ही मूलभूत सुविधाओं समेत बच्चों की शिक्षा और अन्य मूल दस्तावेजों की सुविधा में भी इजाफा होगा. 

साल 2013 में पाक से आए मंगूराम ने बताया कि सीएए लागू होने की बहुत खुशी है. वीजा बढ़ाने के लिए दिल्ली के कई बार चक्कर लगाने पड़ते हैं. ना कोई सरकारी सुविधा का फायदा था ना ही बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का. मंगूराम ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमितशाह पर पूरा भरोसा था और आज उन्होंने उनके भरोसे पर मुहर लगा दी. इधर जोधपुर में पाक विस्थापित हिंदू भागचंद भील ने कहा की आज हमारे लिए दीवाली आई है.

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