Alwar News: अलवर जिले के सेंट्रल जेल के डिटेंशन सेंटर में बंद पाकिस्तान के एक व्यक्ति ने गला काटकर सुसाइड करने का प्रयास किया. मामला सामने आने के बाद पुलिस के हाथ-पैर फूल गए. घटना के बाद युवक को अलवर के राजीव गांधी हॉस्पिटल पहुंचाया गया. जहां युवक का इलाज किया जा रहा है. डिटेंशन सेंटर में उन विदेशी नागरिक को रखा जाता है, जिनकी सजा पूरी हो चुकी हो और उनको उनके देश भेजने में लगने वाले समय तक वहां रखा जाता है. बीते दिन अलवर में स्थित पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के एक व्यक्ति ने गला काटकर आत्महत्या करने का प्रयास किया.
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पाकिस्तान के बलूचिस्तान का रहने वाला आमीद खान उम्र 48 साल अलवर के केंद्रीय कारागार स्थित डिटेंशन सेंटर में 2012 से बंद था. गुरुवार को डिटेंशन सेंटर में आमीद ने धारदार चीज से अपना गला काटकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. मामले की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया. पुलिस ने तुरंत उसे इलाज के लिए राजीव गांधी सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों की टीम उसके गले का ऑपरेशन कर रही है. हालांकि अभी आमीद खतरे से बाहर बताया जा रहा है.
अपनी कमियां छुपा रहा प्रशासन?
पुलिस कर्मियों ने बताया कि आमीद डिप्रेशन का शिकार था. पहले भी कई बार को आत्महत्या करने का प्रयास कर चुका है तो वहीं सूत्रों ने बताया कि वो पाकिस्तान अपने घर वापस जाना चाहता था. लंबे समय से वापस जाने का इंतजार कर रहा था. डिटेंशन सेंटर पुलिस की देखरेख में संचालित होता है. इसमें पाकिस्तान, बांग्लादेश सहित विदेशी नागरिकों को रखा जाता है.
एसपी ने दी मामले के बारे में ये जानकारी
अलवर पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने बताया कि मामले की जानकारी मिलने के बाद तुरंत विदेशी नागरिक को सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसका इलाज जारी है. तो शहर कोतवाली प्रभारी नरेश शर्मा ने कहा कि मामले की जांच पड़ताल की जा रही है.इस संबंध में डिटेंशन सेंटर में बंद अन्य विदेशी नागरिक व वहां ड्यूटी पर मौजूद गार्ड से पूछताछ की जाएगी. डिटेंशन सेंटर के हालात खराब है. पहले भी कई बार यहां बंद विदेशी नागरिक अपनी मांग को लेकर हड़ताल कर चुके हैं.
डिटेंशन सेंटर में है 33 विदेशी नागरिक
डिटेंशन सेंटर पुलिस द्वारा संचालित किया जाता है. विदेशी नगरियों की सजा पूरी होने के बाद उनको इन डिटेंशन सेंटर में रखा जाता है. राजस्थान में दो डिटेंशन सेंटर है. एक अलवर जिले में है व दूसरा जोधपुर में हैं. अलवर रिटेंशन सेंटर में 33 विदेशी नागरिक इस समय रहते हैं. सजा पूरी होने के बाद इन विदेशी नागरिकों को उनके देश वापस भेजा जाता है. इस प्रक्रिया में जितना समय लगता है. उस दौरान विदेशी नागरिक इन सेंटरों में रहते हैं.
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