लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का नामांकन खत्म हो चुका है. अब प्रत्याशियों के प्रचार के कई वीडियो भी सामने आ रहें है. इसमें जयपुर (Jaipur) शहर लोकसभा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी प्रताप सिंह खाचरियावास (Pratap Singh Khachariyawas) का भी एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह साहू चाय की स्टॉल पर चाय की चुस्कियों के साथ मठरी खाते हुए नजर आ रहे हैं. खास बात यह है कि यह वही चाय की टपरी है, जिस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ़्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को चाय पिलाई थी और इसके बाद ऑनलाइन पेमेंट भी पीएम मोदी ने खुद किया. जिसके बाद देशभर में साहू चाय की खुद चर्चा हुई और अब लोकसभा चुनाव में साहू चाय को भुनाने में कांग्रेस प्रत्याशी प्रताप सिंह खाचरियावास भी पीछे नहीं हैं.
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दरअसल, यह वीडियो 28 मार्च आज सुबह का है. जहां सेन्ट्रल पार्क में मॉर्निंग वॉक करते करते कांग्रेस लोकसभा प्रत्याशी प्रताप सिंह खाचरियावास साहू स्टॉल पर आ पहुंचे. यहां से वीडियो जारी करते हुए जनता से मार्मिक अपील करते हुए कहा कि मैं मानता हूं मेरी ताकत कमजोर पड़ी है, लेकिन फिर भी जितनी बची है उसे इकट्ठा करके चुनाव लडूंगा.
खाचरियावास ने कहा कि इस समय मुझे आपके साथ की जरूरत है. उन्होंने आगे कहा कि इस बार हम मुश्किल में फंसे हैं. जयपुर में विधानसभा चुनाव की हार का दर्द अभी मिटा नहीं है, लेकिन इस बार यदि जयपुर से आपने मेरी मदद कर दी और मैं लोकसभा पहुंचा तो जान देकर भी जनता के अधिकारों के लिए सड़कों पर संघर्ष करके काम करवा लेंगे.
सुनील शर्मा का टिकट काटकर खाचरियावास को उतारा मैदान में
बता दे कि कांग्रेस के फायर ब्रांड नेता और पूर्व अशोक गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री रहें प्रताप सिंह जयपुर की सिविल लाइन विधानसभा सीट से चुनाव हार गए थे. जिसके बाद वह लोकसभा चुनाव लड़ने को राजी भी नहीं थे. ऐसे में कांग्रेस ने जयपुर शहर लोकसभा सीट से सुनील शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया, लेकिन 'जयपुर डायलॉग्स' यूट्यूब चैनल को लेकर उपजे विवाद के बाद कांग्रेस को उनका टिकट बदलना पड़ा. यहां से अब गहलोत सरकार के पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास को मौका दिया गया है. हालांकि प्रताप सिंह कई मौके पर बता चुके है कि वह लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार नहीं थे.
इस टिकट के जाने के बाद पूर्व प्रत्याशी सुनील शर्मा का दर्द भी छलक उठा. उन्होंने बड़ा बयान देते हुए कहा कि पार्टी ने इस मामले में मेरा डिफेंड नहीं किया. खास बात यह है कि दर्द सिर्फ सुनील शर्मा नहीं, बल्कि खाचरियावास को भी हैं. जिसे उन्होंने नामांकन भरते समय जाहिर भी कर दिया.
नामांकन भरने के दौरान कही थी ये बात
उन्होंने नामांकन भरने के दौरान कहा था "दर्द के बीच में लोकसभा चुनाव में उतारा है. क्योंकि परिवार का सदस्य घायल है और युद्ध शुरू हो गया है तो अब लड़ना ही पड़ेगा. इसलिए चुनौती बड़ी है लेकिन फिर भी लड़के बीजेपी को मजबूर कर दूंगा. मंजू शर्मा (बीजेपी प्रत्याशी) उनकी बड़ी बहन है और वह एक अच्छी उम्मीदवार भी है." आगे उन्होंने कहा कि मुझे लड़ते हुए लोगों ने देखा, लेकिन अब जो स्थिति है उसमें उन्हें लोगों के साथ की जरूरत हैं.
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