हनुमान बेनीवाल ने ज्योति मिर्धा पर लगाया 1 लाख करोड़ रुपए के घोटाले के आरोप, बोले- इसलिए बीजेपी में गई

राजस्थान तक

27 Mar 2024 (अपडेटेड: Mar 27 2024 9:31 PM)

नागौर लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल ने नामांकन रैली में बीजेपी प्रत्याशी ज्योति मिर्धा पर जमकर हमला बोला और घोटाले के आरोप लगाए.

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नागौर लोकसभा सीट पर राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल (Hanuman Beniwal) ने कांग्रेस (Congress) पार्टी से गठबंधन कर दोनों पार्टियों के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल किया. इस दौरान उन्होंने नामांकन रैली को भी संबोधित किया. बेनीवाल ने कहा कि मोदी मंत्रिमंडल का हिस्सा बन सकता था. एक तरफ लाखों करोड़ों किसान थे, जिन्होंने उस मंजिल पर पहुंचाया और दूसरी तरफ मोदी-शाह की कुर्सी थी, जिसे हजारों किसानों को शहादत देने पर मजबूर किया. मैंने किसी के कहने पर एनडीए नहीं छोड़ा था. सोशल मीडिया पर बच्चे अपील करते थे कि मोदी की गोदी से बाहर आओ. मैं कोई गोदी में नहीं था. पार्टनरशिप थी बीजेपी के साथ.

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आरएलपी सुप्रीमो ने कहा कि आपलोगों की भावनाओं का सम्मान करते हुए हजारों लोगों लेकर गया और एक झटके में साजापुर बॉर्डर को जाम कर दिया और 70 दिन तक सड़क पर बैठा रहा. एनडीए को छोड़ दिया. लोगों ने कहा कि हनुमान बेनीवाल कौन है. इसकी नई पार्टी है. इसका राजनैतिक करियर खत्म हो जाएगा. फिर भी मैंने एनडीए का साथ छोड़ दिया.

 

 

ज्योति मिर्था पर हमला बोलते हुए उन्होंने बड़ा बयान दे डाला. बेनीवाल ने कहा kf मनीष भाई नाथूराम मिर्धा जी के असली उत्तराधिकारी हैं. मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि मुझे जीताकर भेजो तो अग्निवीर योजना को खत्म कराकर पहले की तरह सेना में भर्ती शुरू करा दूंगा. कितने लोग दिल्ली से आए हैं और क्या खाना खाएंगे ये भजनलाल तय करेंगे. वो अपना ध्यान रखें ज्यादा दिन तक सीएम नहीं रहेंगे और सड़क पर डोलते रह गए.

सत्ता में जाने के कई मौके आए

उन्होंने इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर भी हमला बोला और कहा "वसुंधराजी ने मेरी जांच कराई थी. और पता नहीं कहां चली गई वसुंधरा.. मैं यहीं खड़ा हूं... बेनीवाल. 2003 में वसुंधरा से झगड़ा नहीं करता और हाथ पैर जोड़ लेता तो मुंडवा से टिकट मिल जाता. मैं विधायक बनता और मंत्री बन जाता. अगली बार पाला बदल लेता और दूसरी पार्टी से मंत्री बन जाता. फिर बदल लेता. लोग किस तरह भाग रहे हैं. भगदड़ मच गई है."

हनुमान बेनीवाल ने कहा कि ये मेरी सीट है. मेरे पिताजी ने संघर्ष किया. मैं छोड़कर नहीं जाऊंगा. वो तो धर्मेंद्र हेमा मालिनी नहीं आते तो मैं जीत भी जाता. उनका मुकाबला भी 20 साल पहले किया था. खींवसर नई सीट बनी थी तो सबने कहा कि निर्दलीय चुनाव लड़ो. मैंने बीजेपी से चुनाव लड़ा और आप लोगों ने कहा कि हम बीजेपी को नहीं, बल्कि बेनीवाल को वोट दे रहे.

"नया इतिहास लिखा जाएगा..." 

उन्होंने कहा कि 2023 में यह गठबंधन हो जाता तो विधानसभा चुनाव के पहले हो जाता तो हम राजस्थान में 150 के पार जाते. नौजवानों के अंदर जोश था. बीजेपी का मुकाबला करना छोटी बात नहीं है. पूरे देश का सारा पैसा इन्होंने ले लिया. ज्योति मिर्धा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि वो ऐसे ही बीजेपी में नहीं गई, एक लाख करोड़ का घोटाला इंडिया बुल घोटाला था. दो-तीन दूसरे मामले थे, जिनको लेकर इन्हें भागना पड़ा. मोदी-शाह ने कहा कि हनुमान को हम ठीक कराएंगे. इसलिए ज्योति मिर्धा को पार्टी में लेकर उतारा है. मैं अपनी पार्टी में हूं. दिल्ली के नेताओं की गुंडागर्दी खत्म करने के लिए देशहित में अलाइंस हुआ है देश हित में. उन्होंने नागौर के मतदाताओं से जिताने की अपील करते हुए कहा कि नागौर के चुनाव में देश की नजरे हैं. यदि आपने भारी मतों से जीताकर मुझे भेज दिया तो नया इतिहास लिखा जाएगा.

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