Rajasthan Election: राजस्थान की सबसे हॉट और चर्चित बाड़मेर -जैसलमेर लोकसभा सीट पर दूसरे चरण के मतदान के दौरान कई तरह की विवादित घटनाएं सामने आई. निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह भाटी के भाई रणवीर सिंह पर जैसलमेर जिले में वोटर्स को प्रभावित करने आरोप लगे तो दूसरी तरफ बाड़मेर जैसलमेर क्षेत्र के मतदान केंद्रों पर फर्जी वोटिंग को लेकर निर्दलीय प्रत्याशी और कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थक आमने सामने होते नजर आए. हालांकि, जहां कहीं भी ऐसी घटनाओं की सूचना मिली तो पुलिस ने त्वरित रूप से मोर्चा संभाला और वोटिंग फिर से शुरू करवाई. शाम 5 बजे तक बाड़मेर - जैसलमेर -बालोतरा लोकसभा सीट पर करीब 70 फीसदी मतदान हुआ.
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शुरू के 3 घंटों के मतदान के निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह भाटी ने प्रशासन पर धीमी गति से वोटिंग करवाने का आरोप लगाया. इसके बाद भाटी ने बायतु में एक मतदान केंद्र पर फर्जी वोटिंग और धांधली का आरोप लगाते हुए ईवीएम में उनके नाम पर टेप लगाने का भी दावा किया. कांग्रेस प्रत्याशी और निर्दलीय प्रत्याशी के समर्थकों में छिटपुट झड़प के बीच प्रशासन के पूरे दिन हाथ पांव फूले रहे और कई अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर प्रशासन और पुलिस को एक्स्ट्रा फोर्स भी लगानी पड़ी. वहीं जोधपुर रेंज आईजी को भी बाड़मेर आना पड़ा. भाटी कांग्रेस नेताओं और तो कांग्रेस के नेता भाटी के समर्थकों पर वोटिंग में धांधली आरोप लगाते नजर आए.
गुस्साए हरीश चौधरी कंट्रोल में धरने पर बैठे
शाम होते -होते कांग्रेस नेता हरीश चौधरी एक युवक को लेकर जिला कंट्रोल रूम पहुंच गए. जहां हरीश चौधरी धरने पर बैठ गए. हरीश चौधरी ने निर्दलीय रविंद्र भाटी के समर्थकों पर फर्जी मतदान करवाने समेत धांधली के आरोप लगाए. वहीं प्रशासन से 100 से अधिक मतदान केंद्रों में रिपोलिंग करवाने की भी मांग की.
हरीश चौधरी पर भाटी का पलटवार
हरीश चौधरी के आरोप पर पलटवार करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह भाटी ने भी शाम 5 बजे के बाद अपना एक वीडियो जारी किया. जिसमें रविंद्र भाटी ने हरीश चौधरी को ही सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया. रविंद्रसिंह भाटी ने अपने भाई रणवीर सिंह पर लगे आरोपों के जवाब में कहा कि मेरा भाई जैसलमेर में जा सकता. उसे जैसलमेर जिले से बाहर जाने को कहा गया. लेकिन, हरीश चौधरी मेरी शिव विधानसभा के थुंबली गांव में क्या कर रहे थे ? ना वो प्रत्याशी के एजेंट थे और ना ही प्रत्याशी. फिर उन्होंने थुंबली पहुंचकर क्यों बवाल किया ? क्या ये मतदाताओं को प्रभावित करने की श्रेणी में नहीं आता.
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