रविंद्र सिंह भाटी का 'देशद्रोही' कनेक्शन? प्रो. दिब्येश आनंद के साथ तस्वीर वायरल, समर्थकों ने दिया मुंह तोड़ जवाब

राजस्थान तक

17 Apr 2024 (अपडेटेड: Apr 17 2024 8:31 AM)

Lok Sabha Election: राजस्थान की बाड़मेर -जैसलमेर लोकसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह भाटी ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों प्रमुख पार्टियों की नाक में दम कर रखा है. क्योंकि संगठन के साथ उतरकर प्रचार के बावजूद भी जितना जनसमर्थन रविंद्र भाटी को मिल रहा है. उतना जनसमर्थन दोनों प्रमुख पार्टियों को नहीं मिल रहा है. यही कारण है कि दोनों राष्ट्रीय पार्टियां अब भाटी को वोटबैंक तोड़ने के लिए तरह-तरह के आरोप लगा रही है और भाटी अपनी सभाओं में उनका जवाब भी दे रहे हैं. 

 रविंद्र सिंह भाटी का 'देशद्रोही' कनेक्शन? प्रो. दिब्येश आनंद के साथ तस्वीर वायरल, समर्थकों ने दिया मुंह तोड़ जवाब

Ravindra Singh Bhati

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Lok Sabha Election: राजस्थान की बाड़मेर -जैसलमेर लोकसभा सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी रविंद्रसिंह भाटी ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों प्रमुख पार्टियों की नाक में दम कर रखा है. क्योंकि संगठन के साथ उतरकर प्रचार के बावजूद भी जितना जनसमर्थन रविंद्र भाटी को मिल रहा है. उतना जनसमर्थन दोनों प्रमुख पार्टियों को नहीं मिल रहा है. यही कारण है कि दोनों राष्ट्रीय पार्टियां अब भाटी को वोटबैंक तोड़ने के लिए तरह-तरह के आरोप लगा रही है और भाटी अपनी सभाओं में उनका जवाब भी दे रहे हैं. 

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इसी बीच बीजेपी की आईटी सेल ने रविंद्र सिंह भाटी की एक पुरानी तस्वीर ट्विटर यानी 'X' पर पोस्ट कर #AntiIndiaRavindraBhati ट्रेंड शुरू कर दिया है. इसके बाद बाड़मेर-जैसलमेर की राजनीति में भूचाल सा आ गया है. इस पोस्ट और ट्रेंड के जवाब में भाटी के समर्थकों के साथ देश भर के राजपूतों ने भी बीजेपी की आईटी सेल को मुंह तोड़ जवाब दिया है. पिछले 3 घंटे में भाटी के समर्थकों ने करीब 81 हजार से अधिक ट्वीट कर #आएगा_तो_भाटी_ही को ट्रेंडिंग में पहले पायदान पर पहुंचा दिया है.

दरसअल, विधानसभा चुनाव जीतकर बाड़मेर की शिव विधानसभा से निर्दलीय विधायक बने रविंद्रसिंह भाटी फरवरी माह में लंदन की यात्रा पर गए थे. जहां उन्होंने लंदन स्थित वेस्टमिंस्टर विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेमोक्रेसी से अंतरराष्ट्रीय संबंधों के रीडर और प्रोफेसर दिब्येश आनंद, एनपी बॉब ब्लैकमैन समेत कई चर्चित लोगों से मुलाकात की थी और इन तस्वीरों को भाटी ने अपने सोशल मीडिया हैंडलर पर साझा भी किया था. दिब्येश आनंद के साथ तस्वीर से ही बवाल मचा हुआ है.


कौन हैं दिव्येश आनंद ?

दिव्येश आनंद यूके के लंदन में वेस्टमिंस्टर विश्वविद्यालय में सेंटर फॉर द स्टडी ऑफ डेमोक्रेसी में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के रीडर है. भारत के जम्मू कश्मीर को लेकर दिव्येश आनंद की विचारधारा को लेकर उन पर अलगाववादी एक्टिविस्ट के आरोप लगते आ रहे हैं. वहीं दिव्येश आनंद की पत्नी निराशा कॉल पर भी आईएसआई के लिए काम करने के आरोप कई बार लगे है. अब दिव्येश आनंद के साथ रविंद्रसिंह भाटी की पुरानी तस्वीर को ट्वीटर पर साझा कर उन्हे देशद्रोही बताया जा रहा है. इसी को लेकर भाटी के समर्थकों और देश भर के राजपूतों में बीजेपी और ऐसी पोस्ट करने वालों के खिलाफ नाराजगी देखी जा रही है.

भाटी के समर्थकों ने 'X' पर संभाला मोर्चा

दिव्येश आनंद के साथ फोटो  और एक दिव्येश आनंद की पुरानी फोटो (जिसमें दिव्येश आनंद के हाथ में तख्ती है और उसमें लिखा है फ्री कश्मीर) को पोस्ट पर रविंद्र भाटी को देश का गद्दार बताया जा रहा था. जैसे ही इस पोस्ट का ट्रेंड चला तो रविंद्र भाटी के समर्थकों ने इसके जवाब लगातार पोस्ट करते हुए महज दो घंटों में ही #आएगा_तो_भाटी_ही के नाम से रविंद्र भाटी को ट्वीटर ट्रेडिंग में पहले पायदान पर ला दिया. आज 16 अप्रैल को शाम 7 बहकर 46 मिनट तक #आएगा_तो_भाटी_ही के नाम से 95 हजार 500 पोस्ट हो चुकी है.
 

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