Rajasthan News: केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कोटा दौरे के दौरान रविवार को को गहलोत सरकार से कई सवाल किए. वीरांगना के मुद्दे पर उन्होंने सवाल किया कि जब वो शहीद होने के बाद घर पर मिलने गए थे. कि उन्होंने हां क्यों भरी थी. मुख्यमंत्री इसका जवाब दे नहीं रहे हैं. क्या वीरांगनाओं की मांग जायज है?
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केंद्रीय मंत्री मेघवाल ने सवाल किया कि पहले गहलोत ने क्यों वादा किया? हम यही तो पूछना चाह रहे हैं. उसका जवाब देना चाहिए. उनको सही-सही बात करनी चाहिए. पहले उन्होंने क्यो कहा हम तो यही पूछ रहे हैं? इस दौरान उन्होंने पार्टी के आंतरिक कलह से जुड़े सवालों के भी जवाब दिए.
डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के साथ पुलिस के बर्ताव को लेकर कहा कि राजस्थान की सरकार 2 भागों में स्पष्ट तौर पर बंटी हुई है. जिसके चलते अन्यायकारी और अत्याचारी हो गई. लोकतंत्र में किसी भी सांसद या धरना प्रदर्शन करने वालों के साथ इस तरीके का बर्ताव नहीं होना चाहिए. लोकतंत्र में अपनी मांगों के लिए शांतिपूर्वक धरना देना अपना हक होता है. बीजेपी में गुटबाजी को लेकर कहा कि वसुंधरा राजे के जन्मदिन वाले दिन ही जयपुर में बीजेपी का विरोध प्रदर्शन था. उस दिन दो अलग-अलग कार्यक्रम थे. एक सालासर में और एक भाजयुमो का. इसमें कही कोई गुटबाजी नहीं है.
उन्होंने कहा कि विपक्ष के साथ कांग्रेस के मंत्री और एमएलए भी इस मामले को लेकर अपने बयान देते हुए कहते हैं कि जिन पुलिसकर्मियों ने सांसद और वीरांगनाओं के साथ इस तरीके की हरकत की है, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए. ऐसे में एक सुबे के मुखिया को समय निकालकर वीरांगनाओं से मिलना चाहिए था. शायद यह बात आज यहां तक नहीं पहुंचती.
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