Kishangarh: किशनगढ़ में मंगलवार को जमीनी विवाद को लेकर चाचा ने अपने भतीजे पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. फायरिंग में भतीजे की मौत हो गई. बजरंग कॉलोनी निवासी पूर्व भाजपा पार्षद सुरेश यादव व युवा नेता अशोक यादव के बीच काफी समय से अदावत चल रही है, समझाइश के कई दौर होने के बावजूद सुलह होने के बजाय चाचा भतीजे में बदले की ज्वाला धधकती रही, जिसके चलते जमीनी विवाद मौत का कारण बनकर सामने आ गया.
वारदात की इतला मिलते ही किशनगढ़ विधायक सुरेश टाक, पुलिस अधीक्षक चुनाराम जाट, पुलिस उपाधीक्षक मनीष शर्मा, थाना इंचार्ज शम्भू सिंह, मदनगंज थाना प्रभारी नेमीचंद चौधरी तत्काल मौके पर पहुंच गए.
जानकारी के अनुसार सुनियोजित षड़यंत्र के तहत अच्छी तरह रेकी करने के बाद पूर्व भाजपा पार्षद सुरेश यादव ने दोपहर करीब ढाई बजे बाइक से अपनी मां के साथ ढाणी रोड़ पर खेत पर जा रहे युवा नेता अशोक यादव के सीने व सिर पर चार फायर कर दिए, जिससे लहूलुहान हालात में इसे अस्पताल लाया गया, चिकित्सकों ने उपचार से पूर्व ही अशोक यादव को मृत घोषित कर दिया.
बताया जाता है कि कातिल ने अपनी स्विफ्ट कार से पहले बाइक के टक्कर मारी, फिर बाइक अनियंत्रित होने पर सुरेश ने रिवॉल्वर निकालकर भतीजे अशोक के सिर व सीने में चार गोली दाग दी. साथ ही साक्ष्य मिटाने के इरादे से इसने मृतक अशोक की मां पर भी गोली चलानी चाही, लेकिन रिवॉल्वर का ट्रिगर नहीं दबने के कारण इसके मंसूबे सफल नहीं हो सके. अपने बेटे का आंखों के सामने हत्या होने पर बिलखती रही, वहीं मानवता को शर्मसार कर लोग हत्याकांड का वीडियो बनाते रहे. आरोपी सुरेश ने प्लानिंग के तहत अपनी पत्नी व बच्चों को जयपुर ससुराल छोड़ आया और फिर साजिश के तहत भतीजे को मौत के घाट उतार दिया. गांधीनगर थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिया.
जानकारी के अनुसार अजमेर पुलिस ने आरोपी सुरेश को डिटेन कर लिया है जिससे पूछताछ की जा रही है. वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद केन्द्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने ट्वीट कर कहा -‘राजस्थान में अपराधियों का आपातकाल लगा है! गहलोत सरकार के जंगलराज की तुलना इंदिरा गांधी सरकार के लगाए आपातकाल से की जा सकती है’. भाजपा के सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत सहित आला नेताओ ने ट्वीटर पर किशनगढ़ की घटना ट्वीट किया.
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