कोटा: पूजा हत्याकांड का खुलासा, जेवरात व रुपए लूट के इरादे की थी हत्या

Sanjay Verma

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फोटो: संजय वर्मा
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Kota News: कोटा के बहुचर्चित पूजा अरोड़ा हत्याकांड का छह महीने बाद आखिरकार पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस को इस मामले की जड़ तक पहुंचने में करीब 6 महीने लग गए. कोटा शहर एसपी केशरसिंह शोखावत ने बताया कि आरोपी प्रमोद काफी समय से पूजा के साथ प्यार का नाटक कर रहा था. वह पूजा को झांसे में लेकर उसका शारीरिक शोषण करता रहा. फिर एक दिन पूजा पर घर से पैसे और गहने लेकर भाग जाने का दबाव बनाया. जिसके बाद पूजा रुपयों और गहनों को लेकर घर से भाग आई. आरोपी ने पूजा के साथ लूटपाट की और उसे बाद में मौत के घाट उतार दिया. आरोपी ने महिला की लाश को हाईवे के पास सुनसान जगह में फेंक दी और फरार हो गया.

एसपी केसर सिंह ने बताया कि आरोपी प्रमोद पूनम कॉलोनी का रहने वाला है. और कार चालक है. जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी पूजा को जाल में फंसाकर करीब 5 लाख रुपए और 10 तोला सोने की ज्वेलरी लेकर फरार हो गया था. आरोपी इस दौरान यूपी, जम्मू, हरियाणा और कोटा समेत राजस्थान के कई इलाकों में छुपता रहा. वह फरारी के दौरान माता वैष्णो देवी के दर्शन भी करके आया.

कुन्हाड़ी सीओ गंगा सहाय ने बताया कि 1 जून 2022 को कुन्हाड़ी एनएच हाइवे 27 पर शंभूपुरा के पास महिला की लाश बरामद हुई थी. महिला के चेहरे पर चोट के निशान भी थे. गला दबाकर हत्या करने की आशंका जताई गई थी. इसके बाद पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाकर जांच शुरू की.

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जांच में सामने आया कि मृतक महिला भीमगंज मंडी थाना क्षेत्र में गुरुद्वारे के पास रहती है, जिसकी पहचान 50 वर्षीय पूजा अरोड़ा के रूप में हुई. आरोपी प्रमोद गर्म कपड़े और हींग का कारोबारी था. लेकिन कोरोना में कारोबार ठप्प हो गया. जिसके चलते अब वह ड्राइवरी का काम करने लगा. इसी दौरान एक दिन मोर्निंग वॉक के दौरान दोनों की मुलाकात हुई. फिर दोनों की मुलाकातें बढ़ने लगी. और दोनों के बीच प्रेम-प्रसंग शुरू हो गया. पूजा के पति कपड़ा कारोबारी हैं, जिन्हें इस संबंध में कुछ नहीं पता था.

पुलिस ने बताया कि आरोपी प्रमोद ने पूजा अरोड़ा को 31 मई 2022 को शाम पौने 8 बजे रेलवे अस्पताल के पास मिलने बुलाया था. आरोपी से पूछपाछ में बताया कि वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं थे. इसलिए रेलवे अस्पताल के पास मिलने बुलाया. आरोपी प्रमोद पूजा को कभी भी फोन नहीं करता था. वह सोशल मीडिया एप की मदद से पूजा को कॉल करता था. उसने साजिश के तहत पूजा को जाल में फंसाकर पूजा से जेवरात और रुपए मंगवा लिए और फिर उसे मौत के घाट उतार दिया. पुलिस ने कई लोगों से इस मामले में पूछताछ़ की. पुलिस ने लोकेशन से लेकर लाश मिलने के रास्ते में जो भी सीसीटीवी थे उन सभी को खंगाला. इन सब के आधार पर पुलिस ने इस गुत्थी को सुलझाया.

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