पायलट पर फिर बरसे अशोक गहलोत, बोले- बीजेपी से मिले थे, मेरे पास सबूत

शरत कुमार

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फोटो ट्वीटर से ली गई है.
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Rajasthan News: गहलोत के  बयान के बाद राजस्थान में फिर से राजनैतिक बवंडर आ गया है. गहलोत खेमे में रहे सैनिक कल्याण मंत्री राजेन्द्र गुढा ने कहा कि पायलट के पास 90 विधायक हैं तो पायलट समर्थक मंत्री हेमाराम चौधरी ने पायलट को सीएम बनाने की माँग की है. एक तरफ मध्यप्रदेश के बुरहानपुर में राहुल गांधी की यात्रा में सचिन पायलट और प्रियंका गांधी के साथ-साथ चलने की तस्वीरें सामने आयी तो दूसरी तरफ़ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज एक बार फिर से सचिन पायलट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि सचिन पायलट विधायकों को लेकर सरकार को गिराने के लिए मानेसर गए थे और वह BJP से मिले हुए थे. ऐसे में सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाया जा सकता है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सवाईमाधोपुर की रैली में भी आज जनता के सामने सचिन पायलट पर BJP से मिलकर सरकार गिराने का आरोप लगाया. जिस तरह से गुजरात की राहुल की रैली से लौटकर गहलोत ने सचिन पायलट पर हमला बोला है, उसे देखते हुए कहा जा रहा है कि गुजरात की रैली में राहुल गांधी ने अशोक गहलोत को रेस्पॉन्स नहीं दिया था. जिससे ख़फ़ा होकर सचिन पायलट के बहाने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आलाकमान के खिलाफ ही मोर्चा खोला है. 25 सितंबर को विधायक दल की बैठक होनी थी, मगर गहलोत गुट के मंत्रियों ने कहा कि गद्दारों को मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे. अब तक मुख्यमंत्री अशोक ग़लत कह रहे थे कि विधायक नहीं चाहते हैं कि सचिन पायलट मुख्यमंत्री बने. मगर आज खुलकर कह दिया कि सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनने देंगे.

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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि उनके साथ बैठे 102 विधायकों में से किसी को मुख्यमंत्री बना दो. इसके जवाब में सियासी संकट के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के कट्टर समर्थक रहे सैनिक कल्याण मंत्री राजेंद्र गुढ़ा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर घबराहट में बयान देने का आरोप लगाया और कहा कि सचिन पायलट ने नकार दिया है कि उनके पास अगर 80 फ़ीसदी विधायक नहीं होंगे तो वह मुख्यमंत्री नहीं बनेंगे. मगर कांग्रेस एक-एक विधायकों से बात करें तो पता चल जाएगा कि राजस्थान में लोग सचिन पायलट को मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं.

इस बीच वन मंत्री हेमाराम चौधरी ने भी कहा है कि 25 सितंबर की शाम जिन लोगों ने विधायक दल की मीटिंग नहीं होने दी उन पर कार्रवाई होनी चाहिए और सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए. इससे पहले कल ही सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों की मीटिंग में शामिल हुए थे. मगर दोनों में बातचीत भी नहीं हुई और दुआ सलाम भी नहीं हो पाई थी.

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इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अलग से अनुशासनहीनता का नोटिस पाए शहरी विकास मंत्री शांति धारीवाल और राजस्थान पर्यटन निगम के अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ के साथ अपने घर पर लंबी बैठक की है. दरअसल इन्हें अभी अनुशासनहीनता के नोटिस पाए मंत्रियों को तरजीह मिलने की वजह से राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी अजय माकन ने भी अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है.

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