टोंक: बजरी लीजधारकों और ग्रामीण के बीच तनाव, आक्रोशिक ग्रामीणों ने कैंपर गाड़ी को जलाया

मनोज तिवारी

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Tonk: टोंक जिले में बनास नदी से बजरी दोहन को लेकर एक बार फिर से ग्रामीणों व लीजधारक के कार्मिकों के बीच संघर्ष का मामला सामने आया है. घटना बरौनी थाना क्षेत्र के बनास नदी से सटे मंडावर गांव के पास की है जहां बीती देर शाम बजरी दोहन के लिये रास्ता देखने के लिये जा रहे स्थानीय बजरी माफियाओं व लीजधारक के कार्मिकों के बीच विवाद हो गया.

विवाद के बाद स्थानीय बजरी माफिया व लीज धारक के कार्मिक आमने-सामने हो गए. इस दौरान स्थानीय बजरी माफियाओं द्वारा लीज धारक के कार्मिकों पर लाठियों से हमला कर दिया गया. साथ ही जिस कैंपर वाहन में सवार होकर लीजधारक के कार्मिक आये थे उसे आग लगा दी गयी. घटना की जानकारी मिलते ही बरौनी थाना पुलिस भी मौके पर पहुंची लेकिन तब तक वहां से स्थानीय बजरी माफिया फरार हो चुके थे.

पिछले तीन चार दिनों से चल रहा था विवाद
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बजरी दोहन पर लगायी गयी रोक के दौरान लीज धारक द्वारा बजरी दोहन बंद किये जाने के बाद भी स्थानीय बजरी माफिया मंडावर के पास बनास नदी से अवैध रूप से बजरी दोहन करते रहे. ऐसे में अब जब लीजधारक को बजरी दोहन के लिये पुन: अनुमति दे दी गयी है तो यहां लीजधारक व बजरी माफियाओं के बीच लगातार टकराहट के हालात बने हुए हैं. इधर कई ग्रामीण लीजधारक पर सभी नियम व कानून कायदों को ताक में रख बजरी दोहन का आरोप भी लगाते रहे हैं. ग्रामीणों की माने तो नदी किनारे स्थित उनके कुओं का जलस्तर दिनों दिन नीचे जाता जा रहा है.

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फिलहाल दोनों ओर से किसी तरह का मामला दर्ज नहीं
लीज धारक के प्रतिनिधि गणपत सिंह ने बताया कि बजरी माफियाओं के हमले में उनके चार कार्मिक घायल हुए हैं. जिनमें से एक रघुवीर सिंह चौधरी को गंभीर हालत के चलते जयपुर रैफर किया गया है. वाहन में भी आग भी लगायी गयी है. बरौनी थाना प्रभारी हरिराम वर्मा ने बताया कि फिलहाल दोनों पक्षों की ओर से किसी भी तरह का मामला दर्ज नहीं कराया गया है.

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