Rajasthan News: राजस्थान के बाड़मेर में घर के बाहर बने एक झौंपे में बुधवार दोपहर बाद अचानक आग लग गई. उस दौरान उस झौंपे में तीन मासूम बच्चे खेल रहे थे जो आग की चपेट में आ गए. तीनों की इस हादसे में जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई. हादसे की सूचना पर नागाणा थाना पुलिस और आलाधिकारी मौके पर पहुंचे. पुलिस ने तीनों बच्चों के शव कब्जे में लेकर जिला अस्पताल की मोर्चरी रखवाया.
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यह दर्दनाक घटना बाड़मेर जिले के बांद्रा गांव की है. जानकारी के अनुसार, बांद्रा गांव में रिडमलसिंह की ढाणी के बाहर पशुधन के लिए बनाए गए झौंपे में रिडमलसिंह की 4 वर्षीय पोती स्वरूपी और उसके छोटे भाई हिंगोलसिंह के दो बच्चे 2 वर्षीय अशोकसिंह और 7 वर्षीय रूकमा खेल रहे थे. इसी दौरान झौंपे में आग लग गई. बच्चे कुछ संभल पाते, इससे पहले ही आग ने तीनों मासूमों को चपेट में ले लिया. इस हादसे में तीनों की जिंदा जलने से मौत हो गई. हादसे की जानकारी मिलने पर अतिरिक्त जिला कलक्टर, एएसपी, तहसीलदार समेत पुलिस के अन्य आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे.
शादी में गए हुए थे दादा
हादसे के दौरान रिडमलसिंह घर में मौजूद नहीं थे. रिडमलसिंह की पोती और उनके छोटे भाई हिंगोलसिंह के दो बच्चे झौंपे में खेल रहे थे. हिंगोलसिंह की मृत्यु करीब डेढ़ साल पहले ही हो चुकी है. हिंगोलसिंह की पत्नी अपने बच्चों के साथ जेठ रिडमलसिंह के घर ही रहती है जो मानसिक रोगी है. हादसे के समय वह घर पर ही थी. जब उसे हादसे का पता चला तो वह चीखने चिल्लाने लगी लेकिन जलता सुलगता झौंपा बच्चों पर गिर चुका था. रिडमलसिंह जब तक अपनी ढाणी पहुंचे तब तक बच्चों की मौत हो चुकी थी.
आग लगने के कारणों का नहीं हुआ खुलासा
झौंपे में आग कैसे लगी, इस बात का अभी खुलासा नहीं हो पाया है. संभवतः बच्चे माचिस लेकर खेल रहे होंगे और माचिस जलाए जाने से झौंपे के सूखे तिनके सुलगने शुरू हो गए. अंदेशा लगाया जा रहा है कि इसी वजह से आग लगी होगी. लेकिन घटना के कारणों का पता तो पुलिस की जांच के बाद ही लग पाएगा.
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