Dholpur news: धौलपुर के बाड़ी राजकीय सामान्य अस्पताल में नवजात बच्चा बदलने का मामला सामने आया. इसको लेकर अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया. आनन-फानन में अस्पताल प्रशासन ने पुलिस की दखल के बाद मामला शांत कराया. इसके बाद खुद पीएमओ ने मामले में जांच के बाद एसएनसीयू वार्ड के स्टाफ की गलती मानी है. घटना के बाद पीड़ित परिजनों को उनका बच्चा सौंपा गया.
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दरअसल, बाड़ी सदर थाना इलाके के गांव सनौरा निवासी संदीप जाटव की पत्नी रचना को 2 जनवरी अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां उसने बेटे को जन्म दिया, डिलीवरी के बाद नवजात की तबीयत नाजुक होने पर डॉक्टरों ने बच्चे को अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती करा दिया था. इसके बाद 3 जनवरी 2023 को एसएनसीयू वार्ड में तैनात स्टाफ ने बच्चे को दूध पिलाने के लिए परिजनों को बुलाया. तब बच्चे की जगह दूसरी प्रसूता महिला की नवजात बच्ची को दूध पिलाने के लिए दे दिया.
इसी दौरान प्रसूता स्टाफ से बोली कि मैंने बेटे को जन्म दिया हैं, यह बेटी मेरी नहीं है. नवजात बच्ची को देख परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया. आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में पुलिस को बुला लिया. अस्पताल पहुंची पुलिस ने अस्पताल प्रशासन के सहयोग से मामला शांत कराया. पीएमओ डॉ हरीकिशन मंगल ने बताया कि वार्ड में जब बच्चा रो रहा था तो ड्यूटी पर तैनात कार्मिक ने बच्चे की मां के नाम से आवाज लगाई. लेकिन इसी दौरान दो प्रसूता वहां पहुंच जाती हैं. महिलाओ की पहचान नहीं होने के कारण लड़के को जन्म देने वाली महिला को लड़की और लड़की को जन्म देने वाली महिला को लड़का दूध पिलाने के लिए दे दिया. जिस पर नाम पता पूछ कर महिला को लड़का सौंप दिया. आगे से ऐसी घटना ना हो इसके लिए आईडी जारी करेंगे.
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