Dholpur: धौलपुर जिले के एक गांव में रहने वाला एक युवक बंदूक उठा कर चम्बल के बीहड़ों में कूद जाता है. यह कहानी एक ऐसे युवक की हैं, जो अपने गांव में रह कर खेतीबाड़ी कर अपने परिजनों का सहयोग करता है. कहते हैं कि चम्बल का पानी जिसने पिया, वह बदले की आग में कुछ भी कर जाता है, जी हम बात कर रहें हैं डकैत धर्मेंद्र सिंह की. जिसको बदले की आग ने लुक्का बना दिया.
राजस्थान के धौलपुर जिले के गांव मौरोली के देव का पुरा का रहने वाले धर्मेंद्र सिंह गुर्जर पुत्र विजय सिंह पांचवीं क्लास तक पढ़ा है. साल 2008 में जमीनी विवाद को लेकर धर्मेद्र के बड़े भाई की हत्या उसी के साले ने कर दी थी. भाई का बदला लेने के लिए धर्मेद्र ने बंदूक उठा ली और भाई के साले को गोली मारकर खत्म कर दिया. इसके बाद साल 2009 में हत्या करने के बाद धर्मेंद्र चंबल के बीहड़ों में कूद गया. इसके बाद धर्मेंद्र को चम्बल के बीहड़ ने लुक्का के नाम से पहचान दी. लुक्का ने लूट,अपहरण, चौथ वसूली, मारपीट जैसे संगीन अपराध करने शुरू कर दिए और गैंग बना ली.
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पैरौल से हो गया फरार
साल 2017 में पैरोल से फरार हुआ तो फिर से बीहड़ में कूद गया.साल 2020 में लुक्का ने अपने साथियों के साथ चम्बल के बीहड़ से स्थानीय नेताओं को भद्दी भद्दी गालियां देकर वीडियो वायरल किया था. तीन जुलाई 2020 को तत्कालीन एसपी मृदुल कच्छावा ने 35 हजार रुपए के इनामी रहे लुक्का को पकड़ लिया. साथ ही इसकी गैंग के सदस्यों को भी पकड़ लिया. मार्च 2021 में जिले के सैपऊ थाना क्षेत्र के एनएच 123 पर पार्वती नदी पुल के पास पांच बदमाशों ने रोडवेज बस में चढ़कर धौलपुर न्यायालय से पेशी कर वापिस भरतपुर की सेवर जेल जा रहे धर्मेंद्र उर्फ लुक्का को पुलिस की आंखों में मिर्ची पाउडर फेंककर छुड़ाने का प्रयास किया था, लेकिन छुड़ा नहीं पाए थे. जेल से जमानत पर आने के बाद लुक्का फिर से अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया.
मंत्री और विधायक को दी थी धमकी
डकैत धर्मेंद्र उर्फ़ लुक्का ने अवैध चम्बल बजरी को भी बंदूक की नोक पर निकलवाया और इस धंधे में काफी लोगों को पैसा भी कमवाया. डकैत धर्मेंद्र को अपराध की दुनिया ने लुक्का के नाम से नई पहचान दी. इसके बाद डकैत धर्मेंद्र ने अपने सगे भाई रविंद्र उर्फ़ रवि को साथ ले लिया. गैंग में डकैत सीताराम, डकैत राकेश समेत आधा दर्जन सदस्य शामिल हो गए और लूट, फिरौती और अपहरण जैसी वारदातों को अंजाम देने लगे थे. डकैत धर्मेंद्र उर्फ़ लुक्का साल 2017 में पैरोल से फरार हो गया था. इसके बाद उसने अपने अन्य साथियों के साथ साल 2020 में कांग्रेस सरकार के मंत्री रमेश मीणा और बाड़ी के कांग्रेसी विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को धमकी भरे वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किये थे और यह वीडियो बीहड़ों में बनाये गए थे. इसके बाद डकैत धर्मेंद्र और उसके साथी चर्चा में आ गए थे.
लुक्का गैंग की पुलिस से हुई मुठभेड़
धौलपुर पुलिस की 19 अगस्त 2023 डकैत धर्मेंद्र उर्फ लुक्का गैंग की पार्वती बांध के पास करीब आधा घंटा तक मुठभेड़ हुई थी. मुठभेड़ के दौरान डकैत धर्मेंद्र का भाई रविंद्र उर्फ़ रवि गुर्जर को गोली लग गई, जबकि दूसरा साथी अशोक गुर्जर गिरने से चोटिल हो गया था. पुलिस मुठभेड़ के बाद डकैत धर्मेंद्र उर्फ़ लुक्का एक महिला समेत अन्य सदस्यों के साथ पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. 6 सितम्बर 2020 को तत्कालीन एसपी मृदुल कच्छावा ने धर्मेंद्र के भाई रविंद्र गुर्जर उर्फ रवि को गिरफ्तार किया था.
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