राजसमंद: पुजारी दंपती पर पेट्रोल बम से हमला, 6 दिन बाद हुई मौत

ललित यादव

26 Nov 2022 (अपडेटेड: Nov 27 2022 5:41 AM)

Rajsamand News: राजसमंद जिले के देवगढ़ के ‘हीरा की बस्सी’ में मंदिर भूमि विवाद को लेकर आगजनी का शिकार हुए पुजारी नवरत्नलाल प्रजापत जिन्दगी की जंग हार गए. उनकी उदयपुर के MB हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई. अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में प्लास्टिक सर्जरी विभाग में मेडिकल बोर्ड की निगरानी में […]

फोटो: देवेन्द्र सिंह

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Rajsamand News: राजसमंद जिले के देवगढ़ के ‘हीरा की बस्सी’ में मंदिर भूमि विवाद को लेकर आगजनी का शिकार हुए पुजारी नवरत्नलाल प्रजापत जिन्दगी की जंग हार गए. उनकी उदयपुर के MB हॉस्पिटल में उपचार के दौरान मौत हो गई. अस्पताल के सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक में प्लास्टिक सर्जरी विभाग में मेडिकल बोर्ड की निगरानी में उनका इलाज चल रहा था. पिछले तीन दिन से उनकी हालत गम्भीर बनी हुई थी.

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सीनियर डॉक्टरों की टीम लगातार पुजारी की स्थिति को मोनिटर कर रही थी लेकिन उन्हें बचाया जा नहीं सका. नवरत्नलाल के शव का पोस्टमार्टम थोड़ी देर में उदयपुर चिकित्सालय में होगा. फिर परिजनों को शव सुपुर्द कर दिया जाएगा.

घटना 20 नवंबर देर रात की है, जहां पुजारी नवरत्नलाल ‘हीरा की बस्सी’ अपने घर पर परिवार के साथ खाना खा रहा था. उसी दौरान 10 से 12 लोगों ने पेट्रोल बम से हमला कर दिया था. इससे पुजारी को आग की चपेट में आ गए और वह झुलस गए. झुलसे पुजारी दंपति का उदयपुर में इलाज चल रहा था. 80% झुलसे पुजारी नवरत्न लाल की स्थिति 3 दिन से गंभीर बनी हुई थी और उनका आज निधन हो गया.

पूरा मामला देवगढ़ के हीरा की बस्सी देवनारायण मंदिर के बेशकीमती जमीन से जुड़ा हुआ था और इस वारदात में शामिल मुख्य मास्टरमाइंड जितेंद्र सिंह सहित 8 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. वहीं दो पुलिसकर्मी भी सस्पेंड किए गए हैं. जबकि देवगढ़ तहसीलदार को भी जिला कलेक्टर ने नोटिस थमा रखा है.

वहीं पुजारी नवरत्न लाल की मौत के बाद प्रजापत समाज में रोष व्याप्त है. पुजारी के निधन के बाद राजसमंद के आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. साथ ही सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किए गए है.

कंटेंट: देवेन्द्र सिंह

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