Jhalawar News: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में सड़क चमकाने मे जुटे नरेगा मजदूर आमदनी को तरस गए है. जो मजदूरी मिली तो 50 से 150 रूपए. जिले से गुजरी यात्रा तीन दिन तक रहने के बाद कोटा में प्रवेश कर चुकी है. लेकिन जिन सड़को पर से राहुल गांधी कदमताल करते नजर आए, उन शहरी सड़को को चमकाने के लिए प्रशासन ने शहरी नरेगा मजदूरो को काम सौंपा था.
मजदूरों ने कचरा हटाने के साथ पूरी सड़क को यात्रा के रूट के लिए चमका दिया. जिसके लिए प्रशासन की ओर से 260 रूपए प्रतिदिन मजदूरी तय की गई थी. लेकिन मजदूरों को महज 50-100 रूपए मिले तो कुछ को अधिकतम 150 रूपए.
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मजदूरों का कहना है कि सरकार, प्रशासन और नेताओं ने तो काम निकाल लिया. लेकिन काम मिलने के बाद अब मेहनताना नहीं मिलने के चलते भूखे मरने की नौबत आ जाएगी. राहुल गांधी के सामने स्वच्छ और सुदर झालावाड का मैसेज देने वाले मजदूरों ने अपनी मांगों को लेकर आज झालावाड के मिनी सचिवालय में मजदूरों ने प्रर्दशन किया.
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