भरतपुर-धौलपुर जिले में जाटों का 'गंगाजल अभियान' बीजेपी (BJP) के लिए मुश्किलें बढ़ा सकता है. इन दो जिलों में जाटों के लिए आरक्षण की मांग कर रहा समाज बीजेपी से खासा नाजार है. इसी के चलते समाज की ओर से बार-बार सत्तारूढ़ दल को चेतावनी दी जा रही है. अब जाटों ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में मोर्चा खोल दिया है.
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जाट नेताओं का आरोप है कि ऑपरेशन गंगाजल से बौखलाकर बीजेपी सरकार समाज के लोगों को टारगेट कर रही है. जिसके लिए आज जाट समाज के नेताओं ने संभागीय आयुक्त के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया है.
समाज का कहना है कि 3 दिन पहले बीजेपी प्रत्याशी से सवाल पूछने पर बीजेपी नेताओं ने जाट समाज के एक व्यक्ति पर जानलेवा हमला कर दिया था. लेकिन शिकायत देने के बावजूद भी आज तक दबाव के चलते पुलिस ने पीड़ित की रिपोर्ट दर्ज नहीं की हुई. दूसरी तरफ, लगातार 4 बार से सरपंच सुभाष मदेरणा ने जयपुर के सांगानेर ने प्लॉट खरीदा था, लेकिन कुछ लोगों ने उस पर कब्जा कर लिया. जिसकी शिकायत पीड़ित ने प्रशासन में की मगर कोई कार्यवाही नहीं की. जिसके बाद पीड़ित का कब्जा करने वाले लोगों से झगड़ा हो गया.
13 अप्रैल को समाज की बड़ी पंचायत
आरोप है कि सरकार के इशारे पर सरपंच को गिरफ्तार कर अर्धनग्न कर जयपुर की सड़कों पर घुमाया गया. नेम सिंह फौजदार का कहना है कि बीजेपी के खिलाफ चल रहे ऑपरेशन गंगाजल से सरकार बौखला गई है, जिसके चलते बीजेपी सरकार जाट समाज के लोगों को टारगेट कर रही है. बीजेपी के खिलाफ 13 अप्रैल को पेंघौर की चामड़ माता मंदिर पर जाट समाज की बड़ी पंचायत होगी, जिसमे समाज बड़ा फैसला लेगा .
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