बीजेपी के खिलाफ राजपूत समाज ने मोर्चा खोल दिया है. गुजरात के राजकोट से सांसद पुरुषोत्तम रुपाला (Purushottam Rupala) ने राजपूत महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी और बीजेपी (BJP) की ओर से राजपूत समाज को दरकिनार करने के विरोध में राजपूत करणी सेना ने राजस्थान में भी विरोध शुरू कर दिया है. क्षत्रिय समाज ने लोकसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवारों को घेरने की रणनीति बना ली है. खास बात यह है कि राजस्थान में इसकी शुरूआत बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी (CP Joshi) की सीट चित्तौड़गढ़ से की गई है.
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श्री राजपूत करणी सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराणा ने इसका ऐलान करते हुए कहा "गुजरात कें राजकोट सांसद रूपाला ने राजपूत महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी की. श्री राजपूत करणी सेना ने विरोध की शुरूआत वीरो की धरती चित्तौडगढ़ से की है."
मकराणा ने कहा कि गुजरात में लगी आग राजस्थान सहित पूरे देश में फैलाई जाएगी, यदि नामांकन से पूर्व रूपाला का टिकट नहीं काटा गया तो इसका विरोध बीजेपी को सभी जगह झेलना होगा. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष की सीट से शुरू हुआ विरोध पूरे प्रदेश में होगा. उन्होंने कहा कि समय रहते पार्टी को निर्णय बदलना होगा, वरना लोकसभा चुनाव से पहले राजपूत समाज सड़कों पर उतरकर भाजपा पार्टी का विरोध करेगा.
राज शेखावत की गिरफ्तारी से बढ़ गया विरोध
बीजेपी का विरोध तब और भी बढ़ गया जब क्षत्रिय करणी सेना परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज शेखावत की गिरफ्तारी हो गई. उन्होंने केंद्रीय मंत्री और बीजेपी प्रत्याशी पुरुषोत्तम रूपाला के बयान के खिलाफ गांधीनगर के बीजेपी मुख्यालय का घेराव करने की घोषणा की थी. लेकिन जब राज शेखावत राजस्थान के जयपुर से गुजरात के अहमदाबाद पहुंचे तो पहले तो उन्हें नजरबंद किया गया और फिर हिरासत में ले लिया गया. जिसके बाद उनके समर्थकों ने कलेक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन किया. कोतवाली पुलिस ने करीब आधा दर्जन समर्थकों को हिरासत में लिया. उनके समर्थकों की मांग है कि शेखावत की रिहाई की जाए. जिसे लेकर समर्थको ने नारेबाजी भी की. पुलिस ने 8 समर्थकों को आचार संहिता के उल्लंघन को लेकर हिरासत में लिया गया है.
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