पायलट ने प्रधानमंत्री मोदी को दी चुनौती, ओवैसी के टोंक दौरे को लेकर भी कही ये बड़ी बातें, जानें

राजस्थान तक

20 Feb 2023 (अपडेटेड: Feb 20 2023 8:52 AM)

Rajasthan Assembly Election 2023: श्रीगंगानगर में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम के दौरान सचिन पायलट ने कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मोदी और ओवैसी के राजस्थान दौरे को लेकर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि 2023 चालू हो गया है. फरवरी का महीना हर साल आता है. इस साल […]

Rajasthantak
follow google news

Rajasthan Assembly Election 2023: श्रीगंगानगर में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम के दौरान सचिन पायलट ने कार्यक्रम को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने मोदी और ओवैसी के राजस्थान दौरे को लेकर जमकर हमला बोला.

यह भी पढ़ें...

उन्होंने कहा कि 2023 चालू हो गया है. फरवरी का महीना हर साल आता है. इस साल फरवरी का जो महीना है, पीएम मोदी दौसा जा रहे हैं और ओवैसी टोंक जा रहे हैं. ये दोनों हमारे नेता 4 साल से कहां गायब थे? जब चुनाव आए है तो ये लोग आ गए हैं. चुनाव के बाद फिर से चले जाएंगे.

पायलट ने कहा कि हमने बहुत मेहनत करके सरकार बनाई थी. वो लोग सिर्फ दिल्ली में राज करना जानते हैं. वो लोग जो 8 साल से देश में राज कर रहे हैं, लेकिन महंगाई रोक नहीं पाए. मैं उन लोगों को बोलना चाहता हूं कि छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई हो रही है. वहां कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन भी होना है. पूरा देश ये सब देख रहा है.

यह भी पढ़ें गहलोत ने मंत्री शेखावत पर लगाए घोटाले के आरोप, बोले- गिरफ्तारी से बचने के लिए Z+ सिक्योरिटी

पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि मौकापरस्त लोगों ने हर मोर्चे पर देश को फेल किया है. चुनाव आएगा तो फिर से हिंदू-मुस्लिम की बात करेंगे. चुनाव से पहले ये लोग भाषण देने आ जाते हैं. उन्होंने कहा कि ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का वादा अब मोदीजी को याद नहीं आ रहा. देश में दिल्ली से मुंबई से जो सड़क जा रही है, उसका उद्घाटन करने के लिए वह दौसा आए. क्योंकि उन्हें पता है कि वो हमारा गढ़ है, वो कांग्रेस का गढ़ है. लेकिन जनता को पता है कि कौन हमारे लिए जीने-मरने को तैयार है? आपके कंधे पर बहुत बड़ी जिम्मेदारियां है. देश-दुनिया को बताना होगा कि एकता में कितनी ताकत है.

यह भी पढ़ेंः कटारिया के बाद अब मेवाड़ में किस करवट बैठेगी राजनीति, पूर्व राजघराने का क्या है ‘लक्ष्य’? जानें

    follow google newsfollow whatsapp